जाने कोविड-19 के टीके नोवावैक्स के बारें में कुछ ज़रूरी बातें!
Nuvaxovid (नोवावैक्स) क्या है?
Nuvaxovid या नोवावैक्स एक ऐसा जीवन रक्षक टीका है, जो कोविड-19 या उसकी वजह से आने वाली जटिलताओं से प्रभावी रूप से रक्षा करता है। सामान्यतः इस टीके को दो खुराकों में दिया जाता है, जिसे इस टीके का “प्राथमिक कोर्स” कहते हैं। इस टीके की दोनों खुराकों को 8 सप्ताह के अंतर में लगाए जाने के निर्देश हैं। हालाँकि, विशेष परिस्थितियों जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के पहले व उच्च जोखिम वाले रोगियों को ये टीका 3 सप्ताह के अंतराल में भी लगाया जा सकता है।
नोवावैक्स टीका एक बेहद सुरक्षित टीका है। इससे कोविड-19 होने का कोई खतरा नहीं है क्योंकि इसमें कोई भी जीवित वायरस नहीं है। इस टीके में स्पाइक प्रोटीन कहे जाने वाले SARS-CoV-2 वायरस का एक भाग शामिल है। इसमें “Matrix-M” नामक बेहद महत्वपूर्ण सहायक तत्व भी शामिल है, जो कोविड-19 के विरूद्ध लड़ने वाली प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में सहायता करता है। इस टीके की मदद से शरीर में मौजूद रोग प्रतिरोधक क्षमता कोविड-19 पैदा करने वाले SARS-CoV-2 वायरस को अच्छे ढंग से पहचान लेती है, और शरीर को इस वायरस से डट कर लड़ना सीखाती है।
नोवावैक्स टीका पूर्ण रूप से स्वैच्छिक और निशुल्क लगाया जा रहा है। इसके बारे में अधिक जानकारी हेतु आप अपने टीकाकरण प्रदाता या जी.पी से संपर्क कर सकते हैं।
Nuvaxovid (नोवावैक्स) क्यों है ज़रूरी?
नोवावैक्स टीका 12 वर्ष और उससे अधिक की आयु वाले लोगों पर कोविड-19 की रोकथाम में बेहद प्रभावी सिद्ध हुआ है। इस टीके पर हुए तीन बड़े क्लीनिकल परीक्षणों में ये पाया गया कि नोवावैक्स टीके की दो खुराक पाने वाले वयस्कों में टीका ना पाने वाले वयस्कों की तुलना में कोविड-19 संक्रमण का ख़तरा तकरीबन 90% तक कम है। इसके अलावा 12 से 17 वर्ष के किशोरों में भी यह टीका उतना ही प्रभावी सिद्ध हुआ है। परीक्षणों में ये भी पाया गया कि जिन किशोरों ने इस टीके की 2 खुराकें लगवाई थी उनमें, टीका ना लगवाने वाले किशोरों की तुलना में कोविड-19 संक्रमण की संभावना 80% तक कम पाई गयी है।
नोवावैक्स टीके का असर टीकाकरण के 2-3 सप्ताह बाद शुरू हो जाता है। इस टीके का पूरा असर देखने के लिए टीके की दोनों खुराक लेना बेहद ज़रूरी है क्योंकि पहली खुराक के बाद केवल कुछ समय के लिए ही सुरक्षा मिल सकती है।
ये सर्वविदित है कि कोविड-19 का कोई भी टीका इसके विरुद्धः 100% प्रभावी नहीं है, इसीलिए सम्भावनाएँ हैं कि टीकाकरण के बावजूद आप कोविड-19 से संक्रमित हो सकते हैं। SARS-CoV-2 वायरस के हल्के व कम लक्षणों वाले मरीज भी दूसरों को संक्रमित कर सकते है। हालाँकि, ऑस्ट्रेलिया में हुए तमाम प्रयोगों से ये साबित हुआ है कि नोवावैक्स टीका कोविड-19 के संक्रमण को भी न्यूनतम करता है।
जैसा कि ये स्पष्ट है कि टीके के बावजूद कोविड-19 संक्रमण की संभावनाएं हैं, इसीलिए इसके बचाव हेतु इन बातों का ध्यान रखें:
- सामाजिक दूरी बनाये रखें
- नियमित अंतराल में हाथ धोएं
- चेहरे को मास्क से ढांक कर रखे
- अपने प्रदेश/क्षेत्र के कोविड सम्बंधित नियमों का पालन करें और ज़रूरत पड़ने पर कोविड की जांच कराएं और एकांतवास का पालन करें
ध्यान रखें की नोवावैक्स टीका लगवाने के बावजूद बुखार, खांसी व ज़ुकाम होने की स्थिति में स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के नियमों का पालन करते हुए कोविड की जांच कराएं और उचित उपचार लें।
क्या नोवावैक्स टीका सुरक्षित है?
नोवावैक्स टीका विश्व भर में हजारों लोगो को लगाया जा चुका है। हालाँकि, कोविड-19 के बाकी टीकों की तुलना में नोवावैक्स कम प्रचलित है क्योंकि ये टीका बाकी टीकों से नवीन है, इसलिए इसके दुष्प्रभाव की जानकारी भी थोड़ी कम है।
इस टीके से सम्बंधित दुष्प्रभावों की जानकारी व नवीनतम अपडेट के लिए www.tga.gov.au/periodic/covid-19-vaccine-weekly-safety-report पर लॉगिन करें। ज्ञात हो कि इस वेबसाइट पर जारी जानकारी ऑस्ट्रेलिआई तकनीकी सलाहकारों के समूह की टीकाकरण पर साप्ताहिक बैठक के आधार पर अपलोड की जाती है।
कौन लगवा सकता है नोवावैक्स टीका?
नोवावैक्स टीके 12 वर्ष से अधिक के लोग उसके प्राथमिक कोर्स के अंतर्गत लगवा सकते हैं।
बूस्टर डोज़
इस टीके का बूस्टर डोज़, टीके के प्रभाव को बढ़ाने के लिए लगाया जाता है। यह एक तरह की अतिरिक्त खुराक होती है जो टीके के प्रभाव को बढ़ाती और मज़बूत करती है।
कोविड-19 से बचाव के लिए Pfizer या Moderna के mRNA टीके बूस्टर डोज़ के तौर पर इस्तेमाल किये जाते हैं। ये टीके उन लोगों को भी लगाए जाते हैं जिन्होंने नोवावैक्स के दो टीकों का प्राथमिक कोर्स किया है।
ध्यान रहे कि ऐसे लोग जिन्हे गंभीर एलर्जिक रिएक्शन का खतरा हो या जिन्हे मायोकार्डाइटिस की समस्या है उन्हें Pfizer या Moderna का टीका नहीं लगाया जा सकता है। इसके अलावा ऐसे लोग जो mRNA टीका नहीं लगवाना चाहते वो भी नोवावैक्स या एस्ट्राजेनेका टीका लगवा सकते हैं।
यहाँ इस बात की जानकारी भी बेहद ज़रूरी है कि नोवावैक्स टीका 12 से 17 वर्ष के आयु समूह के लिए बूस्टर डोज़ हेतु TGA-पंजीकृत नहीं है। परन्तु, कोविड-19 का अन्य टीका उपलब्ध ना होने की स्थिति में नोवावैक्स टीके का प्रयोग बूस्टर डोज़ के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है।
जानकारों के मुताबिक ऐसे लोग जो पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं उनके लिए कोविड-19 संक्रमण बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसी स्थिति में पहली खुराक के बाद तीन माह के अंदर बूस्टर डोज़ लगवाना चाहिए और एक्सपर्ट्स द्वारा कुछ समय बाद चौथी खुराक लगवाने का भी सुझाव दिया जाता है। कोविड-19 की बूस्टर व चौथी डोज़ के बारे में और जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर लॉगिन करें।
www.health.gov.au/initiatives-and-programs/covid-19-vaccines/getting-your-vaccination/booster-doses
किसे नहीं लगाना चाहिए नोवावैक्स टीका?
- ऐसे व्यक्ति जिन्हे नोवावैक्स टीके की पिछली खुराक से एनाफिलेक्सिस नामक गंभीर एलर्जी रिएक्शन हुआ हो
- जब टीके का किसी ऐसे संघटक के संपर्क में आने का खतरा हो जिससे मिलने के बाद एनाफिलेक्सिस का खतरा हो, इसमें पॉलीसोर्बेट 80 शामिल है
- ऐसे व्यक्ति जो पहले से किसी समस्या या बीमारी से जूझ रहे हों। ऐसी अवस्था में किसी अनुभवी टीकाकरण प्रदाता या अनुभवी चिकित्सक की सलाह के बिना नोवावैक्स का टीका नहीं लगवाना चाहिए
टीकाकरण के पहले किन बातों का ध्यान रखें?
ऐसे व्यक्ति जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें टीकाकरण के समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ध्यान रहे ऐसे मरीज़ों को टीकाकरण के बाद लगभग 30 मिनट तक टीकाकरण विशेषज्ञ या चिकित्सीय निगरानी में रखना बेहद ज़रूरी है। इसके अलावा टीकाकरण के पहले एलर्जी विशेषज्ञ से सलाह लेना भी उचित होगा। यदि आप निम्न में से किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं तो टीका लगवाने के पहले टीकाकरण प्रदाता या चिकित्सक को इसकी जानकारी दें:
- अतीत में आपको नोवावैक्स टीके की डोज़ से या उसके किसी संघटक से किसी भी तरह की एलर्जी सम्बंधित प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा हो। इसके अलावा यदि आपको किसी अन्य टीके या दवाओं से कभी भी एनाफिलेक्सिस की समस्या का सामना करना पड़ा हो तब भी ये जानकारी टीकाकरण प्रदाता से साझा करें। उनसे इस बात की पुष्टि भी करें कि आपको दिए जाने वाले टीके में एलर्जी करने वाले किसी घटक का अंश मौजूद तो नहीं है।
- यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हे पहले मास्टोसिटोसिस हुआ हो और जिसकी वजह से एनाफिलेक्सिस की समस्या हुयी हो और इसका इलाज करना पड़ा हो।
- टीका लगाने के पहले टीकाकरण प्रदाता को इस बात की भी जानकारी दे कि कहीं आपको रक्तस्राव से सम्बंधित कोई विकार तो नहीं है या आप रक्त पतला करने की दवा का सेवन तो नहीं कर रहे हैं।
उपयुक्त अवस्थाओं के साथ-साथ अपने टीकाकरण प्रदाता से यह भी सुनिश्चित करें कि आपको इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन लगवाना सुरक्षित है या नहीं। टीकाकरण के पहले इंजेक्शन लगवाने का सही समय सुनिश्चित करना भी उचित है।
हृदय सम्बंधित विकार जिनका रखें टीकाकरण के पहले ख़ास ख्याल!
विशेषज्ञों के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति कोविड-19 का टीका लगवा सकते हैं लेकिन हृदय से सम्बंधित कुछ विशेष विकारों से ग्रसित रोगियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ये विकार निम्नलिखित हैं:
- ऐसे लोग जिन्हे पिछले 3 माह के दौरान मायोकार्डिटिस या पेरिकॉर्डिटिस की समस्या का सामना करना पड़ा हो
- ऐसे लोग जो मायोकार्डियल सूजन की समस्या से जूझ रहे हों
- ऐसे लोग जिन्हे तीव्र विघटित हृदय विफलता से जूझ रहे हों
इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को अतीत में कोविड-19 टीकाकरण के पश्चात मायोकार्डिटिस या पेरिकॉर्डिटिस की समस्या का सामना करना पड़ा हों ऐसे लोगों को भी टीकाकरण के पहले ख़ास ख्याल रखने की ज़रूरत है।
रोग प्रतिरक्षा में अक्षम व्यक्ति ( इम्म्यूनोकोम्प्रोमाइज़्ड) व घातक बीमारी से पीड़ित व्यक्ति किन बातों का ख्याल रखें?
रोग प्रतिरक्षा में अक्षम या इम्म्यूनोकोम्प्रोमाइज़्ड व्यक्ति वो लोग होतें हैं जिनके शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति सुचारू रूप से कार्य नहीं कर रही है। इनमें वो लोग भी शामिल होते हैं जो किसी ऐसी दवाओं का सेवन कर रहे हों जिससे उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो गयी हो। HIV से ग्रसित लोगो के लिए कोविड-19 का संक्रमण जानलेवा साबित हो सकता है। यहाँ यह जान लेना बेहद ज़रूरी है, चूंकि नोवावैक्स टीके में एक जीवित वायरस नहीं है इसलिए ये प्रतिरक्षा में अक्षम या इम्म्यूनोकोम्प्रोमाइज़्ड व्यक्तियों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
नोवावैक्स टीके को बेहद गंभीर प्रतिरक्षा वाले व्यक्ति भी प्राथमिक कोर्स की तीसरी खुराक के रूप में ले सकते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसे गंभीर प्रतिरक्षा वाले व्यक्ति जिनकी आयु 12 साल व उससे अधिक हो व जिन्होंने टीके की तीसरी खुराक लगवा ली हो उन्हें 3 माह के भीतर चौथी बूस्टर खुराक भी ले लेनी चाहिए। सामान्य जनता के लिए भी दो टीकों के बीच का अंतराल भी समान है। सामान्यतः कोविड-19 के बचाव के लिए mRNA टीकों को प्राथमिकता दी जाती है किन्तु जो लोग mRNA टीके लगवाना पसंद नहीं करते है या किसी कारणों से ये टीके नहीं लगवाना चाहते उन्हें नोवावैक्स या एस्ट्राजेनेका का टीका लगाया जा सकता है।
आपको यहाँ बताते चलें कि HIV से ग्रसित वयस्कों के एक छोटे समूह को छोड़कर नोवावैक्स के क्लीनिकल परीक्षणों में कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग शामिल नहीं थे। इसीलिए यहाँ ये कहना गलत नहीं होगा कि संभावनाएं हैं कि नोवावैक्स टीके कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर बाकी लोगों की अपेक्षा कम प्रभावी साबित हो सकता है। इसीलिए टीकाकरण के बावजूद कोविड-19 के रोकथाम हेतु सामाजिक दूरी आदि जैसे नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक है।
गर्भवती व स्तनपान कराने वाली स्त्रियां किन बातों का ध्यान रखें?
नोवावैक्स टीका गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पूर्णतः सुरक्षित हैं। ये टीका गर्भावस्था या स्तनपान के किसी भी चरण में लगवाया जा सकता है। इसके अलावा ये टीका गर्भधारण करने की प्रक्रिया में भी किसी तरह का विघ्न नहीं डालता है। इसीलिए यदि कोई स्त्री गर्भधारण करना चाहती हैं तो उसे टीकाकरण या गर्भधारण करने की प्रक्रिया में विलम्ब करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यहाँ तक कि नोवावैक्स टीके को स्तनपान कराने वाली माताएं बिना किसी संदेह के व स्तनपान को जारी रखते हुए भी लगवा सकती हैं,यह पूरी तरह से सुरक्षित है।
यदि आपको कोविड-19 हो चुका है तो टीके के पहले किन बातों का ध्यान रखें?
ऐसे लोग जिन्हे पहले कोविड-19 संक्रमण हो चुका है वो इस बात का ख़ास ख्याल रखें कि नोवावैक्स टीका लगवाने के पहले अपने टीकाकरण प्रदाता को अतीत में हुए संक्रमण की जानकारी ज़रूर साझा करें। जानकारों के अनुसार कोविड-19 संक्रमण होने के बाद टीका लगवाने हेतु कम से कम 3 महीने का अंतराल रखें. और यदि आप लगातार इस संक्रमण से जूझ रहे हैं तो, टीकाकरण के पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
क्या 12 वर्ष से कम के बच्चों को नोवावैक्स टीका लगा सकते हैं?
नोवावैक्स को फिलहाल 12 वर्ष या उससे अधिक के आयु वाले लोगों पर प्रयोग करने की ही अनुमति दी गयी है। इसे 12 साल से कम आयु के बच्चों को देने की अनुमति नहीं है।
नोवावैक्स टीके की सुरक्षा के बारे में कुछ ज़रूरी बातें!
ऑस्ट्रेलिया में TGA द्वारा तमाम टीकों को परखा जाता है। TGA ही सुनिश्चित करता है कि सभी टीके बेहद सुरक्षित हों और उनका निर्माण भी उच्च मानदंडों को ध्यान में रखते हुए किया गया हैं। कोविड-19 टीकों की मंज़ूरी की प्रक्रिया की सारी जानकारी www.tga.gov.au/covid-19-vaccine-approval-process पर मौजूद है. ज़्यादा जानकारी के लिए इस पर लॉगिन करें।
इन टीकों को सुरक्षित और प्रभावी रूप से लगाने के लिए कोविड-19 कार्यक्रम पर कड़ी नज़र रखी जाती हैं।
यदि किसी व्यक्ति को इन टीकों की वजह से किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव की जानकारी प्राप्त होती है तो वो टीकाकरण प्रदाता या अन्य चिकित्सक से साझा कर सकते हैं। दुष्प्रभाव की रिपोर्ट आपके सबंधित राज्य के स्वास्थ्य विभाग से होते हुए TGA तक औपचारिक रूप से साझा की जाएगी।
कोविड-19 टीकों के दुष्प्रभाव से सम्बंधित सूचना आप व्यक्तिगत रूप से भी www.tga.gov.au/reporting-suspected-side-effects-associated-covid-19-vaccine पर लॉगिन करके भी साझा कर सकते हैं।
इन टीकों से जुड़ी तमाम जानकारी के लिए www.health.gov.au/covid19-vaccines-languages पर लॉगिन करें या 1800 020 080 पर कॉल करें। निशुल्क सेवाओं के लिए विकल्प 8 दबाएं।